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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
चम्पावत की धरती पर खिला लिलियम का सुनहरा भविष्य: धारित्री एग्रो फार्म बना कृषि नवाचार की मिसाल
चम्पावत, उत्तराखंड (Champawat, Uttarakhand) - उत्तराखंड के चम्पावत जिले के लोहाघाट विकासखंड में स्थित धारित्री एग्रो प्राइवेट लिमिटेड आज न केवल क्षेत्र में बल्कि पूरे राज्य में कृषि नवाचार और आत्मनिर्भरता की मिसाल बनकर उभरा है। यहाँ विश्वप्रसिद्ध लिलियम फूल की व्यावसायिक खेती ने न केवल जनपद की आर्थिक तस्वीर बदली है, बल्कि युवाओं को रोजगार देकर पलायन रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
लिलियम की खुशबू से महक रहा चम्पावत
चम्पावत, उत्तराखंड (Champawat, Uttarakhand) - मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 'आदर्श जनपद' की परिकल्पना को साकार करते हुए धारित्री एग्रो फार्म ने लिलियम की खेती को एक नया आयाम दिया है। हॉलैंड जैसे देशों में लोकप्रिय इस फूल की अब चम्पावत से दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े बाजारों में आपूर्ति की जा रही है। फार्म से प्रतिवर्ष लगभग 15,000 बंचेस का उत्पादन होता है, जिससे 1 करोड़ रुपये से अधिक की आय अर्जित की जा रही है।
बहुस्तरीय खेती से बढ़ रही आमदनी
लोहाघाट, चम्पावत (Lohaghat, Champawat) - यह फार्म पॉलीहाउस आधारित मल्टी-लेयर क्रॉपिंग मॉडल पर काम कर रहा है, जहाँ लिलियम के साथ-साथ सेब और मौसमी सब्जियों की भी खेती की जाती है। इस नवाचारी तकनीक ने न केवल उत्पादन बढ़ाया है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा किए हैं। फिलहाल, यह फार्म 14-15 स्थानीय युवाओं को सीधे रोजगार दे रहा है।
कृषि में नवाचार और ग्रामीण विकास
चम्पावत, उत्तराखंड (Champawat, Uttarakhand) - धारित्री एग्रो फार्म की यह पहल कृषि क्षेत्र में नवाचार और ग्रामीण संसाधनों के उचित उपयोग का बेहतरीन उदाहरण है। लिलियम की खेती ने साबित किया है कि उत्तराखंड की पहाड़ी धरती भी विश्वस्तरीय फूलों की खेती के लिए उपयुक्त है। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्र में पलायन की दर में भी कमी आई है।
सरकारी योजनाओं ने दिया बढ़ावा
चम्पावत, उत्तराखंड (Champawat, Uttarakhand) - राज्य सरकार की कृषि नवाचार और युवा रोजगार योजनाओं ने इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है। लिलियम की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पॉलीहाउस निर्माण और प्रशिक्षण जैसी सुविधाएँ प्रदान की हैं।
भविष्य की योजनाएँ
लोहाघाट, चम्पावत (Lohaghat, Champawat) - धारित्री एग्रो फार्म अब लिलियम के निर्यात पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है। फार्म के प्रबंधकों का कहना है कि अगले पाँच वर्षों में वे इसकी खेती का दायरा दोगुना करने की योजना बना रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके।
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Champawat's Land Blooms with Lilium: Dharitri Agro Farm Sets an Example of Agricultural Innovation