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By: Admin Senior Editor, UjalaNewsUK
मैं दिल्ली शहरा: उत्तराखंडी भावनाओं की दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति
**चंदन सिंह भैसौरा और हिमालकैसेट्स** की प्रस्तुति **"मैं दिल्ली शहरा"** वर्ष 2025 का एक नया उत्तराखंडी गीत है, जो पहाड़ी जीवनशैली, संघर्ष और प्रेम को बेहद संजीदगी से दर्शाता है। गीत को अपनी सुरीली आवाज़ से सजाया है लोकप्रिय गायक **रोहित चौहान** ने। उनकी गायकी में पहाड़ की आत्मा बसती है, और यही आत्मा इस गीत को भी जीवंत करती है।
**गीतकार विशाल भारद्वाज** ने शब्दों के माध्यम से एक ऐसी कहानी रची है जो हर उत्तराखंडी दिल को छूती है। **मॉसम** का संगीत गीत में गहराई और मधुरता दोनों लेकर आता है – पारंपरिक और आधुनिक धुनों का एक अनोखा संगम।
**अजय सोलंकी** और **सोनाली पांडे** की जोड़ी स्क्रीन पर बेहद आकर्षक लगती है। **निर्देशक दीपक पल्स** ने इस गीत को एक खूबसूरत विज़ुअल कहानी का रूप दिया है। वहीं **डोप (DOP) विकाश कोटनाला** ने कैमरे के ज़रिए उत्तराखंड की हसीन वादियों को बखूबी उकेरा है।
विशांत टम्टा की कोरियोग्राफी लोक नृत्य की परंपरा को बनाए रखते हुए गीत में ऊर्जा और भावनाओं का संचार करती है। मोहित कुमार की एडिटिंग गीत को तकनीकी रूप से धार देती है।
मेकअप आर्टिस्ट गीतांजलि द्वारा किरदारों को सजीव और स्थानीयता के अनुरूप सजाया गया है। गीत के सफल निर्माण में *सुमित कुमार, आशीष बेरी और नीरज माजिला का प्रबंधन सराहनीय है।
रेडियो पार्टनर ‘ओहो रेडियो’ और ‘मेरे हिल की धड़कन’ के साथ यह गीत दूर-दराज के इलाकों तक पहाड़ की आवाज़ पहुँचा रहा है।
#हिमालकैसेट्स के इस नए प्रयास में उत्तराखंड की संस्कृति, भावनाएँ और आज की युवा पीढ़ी की सोच का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
"मैं दिल्ली शहरा" सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि हर उस उत्तराखंडी की कहानी है जो अपने सपनों के लिए घर से दूर गया, लेकिन दिल में हमेशा पहाड़ को बसाए रखा।