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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
चमोली में 60 मीटर लंबा बैली ब्रिज ढहा, 4000 ग्रामीणों की कनेक्टिविटी छिनी
चमोली, उत्तराखंड (Chamoli, Uttarakhand) - उत्तराखंड के चमोली जिले में थराली तहसील के रतगांव में निर्माणाधीन एक 60 मीटर लंबा बैली ब्रिज अचानक ढह गया, जिससे क्षेत्र की 4000 से अधिक आबादी का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है। 2.80 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस पुल के गिरने से स्थानीय निवासियों में रोष है और प्रशासन ने ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कैसे हुआ हादसा? ठेकेदार की लापरवाही बनी वजह
लोक निर्माण विभाग के अनुसार, ठेकेदार के श्रमिकों ने पुल के सपोर्ट सिस्टम और रस्सों को समय से पहले हटा दिया, जिसके कारण संरचना अपना भार नहीं संभाल पाई। सहायक अभियंता जगदीश कुमार टम्टा ने बताया कि "यह स्पष्ट लापरवाही का मामला है, हमने तुरंत ठेकेदार के खिलाफ थाना थराली में एफआईआर दर्ज करा दी है।" गनीमत रही कि इस घटना के समय पुल पर कोई मजदूर या स्थानीय नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।
तीसरी बार टूटा पुल, ग्रामीणों में गुस्सा
यह इस स्थान पर तीसरी बार है जब पुल संरचना विफल हुई है। 2013 में बना पुल बाढ़ में बह गया था, जबकि 2015-16 में बने बैली ब्रिज ने 2018 की आपदा में दम तोड़ दिया था। स्थानीय निवासी मोहन सिंह नेगी कहते हैं, "हर बार पुल बनता है और हर बार बरसात या निर्माण त्रुटियों के कारण टूट जाता है। हमें एक स्थायी समाधान चाहिए।"
प्रशासन का दावा: जल्द शुरू होगा पुनर्निर्माण
जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि पुल का पुनर्निर्माण जल्द शुरू होगा। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, "हमने पहले ही साइट को फिर से खोलना शुरू कर दिया है और नए सिरे से निर्माण प्रक्रिया शुरू की जाएगी।" हालांकि, ग्रामीणों ने इस बार गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और बरसात से पहले काम पूरा करने की मांग की है।
क्यों महत्वपूर्ण है यह बैली ब्रिज?
डूंगरी-रतगांव मार्ग पर स्थित यह बैली ब्रिज न केवल 4000 से अधिक निवासियों के लिए जीवनरेखा है, बल्कि आपात स्थितियों में राहत कार्यों के लिए भी महत्वपूर्ण है। बारिश के मौसम में जब नदी उफान पर होती है, तो यही एकमात्र संपर्क मार्ग बचता है। स्थानीय दुकानदार प्रेम सिंह बताते हैं, "बिना पुल के हमारा व्यापार ठप हो जाता है और आपातकाल में मरीजों को ले जाना मुश्किल हो जाता है।"
शासन की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस घटना पर गंभीर चिंता जताई है और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी चमोली ने बताया कि "हम न केवल नया पुल बनाएंगे, बल्कि पिछली विफलताओं से सबक लेते हुए इसकी डिजाइन और निर्माण प्रक्रिया में सुधार करेंगे।" विभाग ने ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भी आश्वासन दिया है।
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Chamoli's 60-meter Baily Bridge Collapses, Cutting Off 4000 Villagers