🔊
By: lalit Senior Editor, UjalaNewsUK
चंपावत के अमौली गांव में पेयजल संकट से हाहाकार, ग्रामीणों ने खाली बर्तन लेकर किया प्रदर्शन
चंपावत। जिले के पाटी विकासखंड के अमौली ग्राम पंचायत में इन दिनों पेयजल संकट ने विकराल रूप धारण कर लिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि 8 मार्च से लगातार 8 दिनों तक गांव के नलों से पानी की एक बूंद भी नहीं आई है, जिसके चलते उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
टूटी पाइपलाइन ने बढ़ाई मुसीबत
ग्रामीणों के अनुसार, रैंगलबैंड क्षेत्र में टूटी पाइपलाइन की मरम्मत नहीं होने के कारण स्रोत से गांव तक पानी पहुंचाने का सिस्टम ठप पड़ा है। स्थानीय निवासी सूरज भट्ट ने बताया, "स्रोत पर पानी पर्याप्त है, लेकिन टूटी लाइन के कारण गांव के टैंक खाली हैं। नल जल योजना का काम भी धीमा चल रहा है।"
प्रशासन की उदासीनता से आक्रोश
ग्रामीणों ने जल संस्थान से कई बार शिकायत की, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद ग्राम पंचायत प्रशासक निशा देवी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने सूखे नलों के सामने खाली बर्तन लेकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए तत्काल पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की।
प्रदर्शन में शामिल हुए ये लोग
इस प्रदर्शन में सूरज भट्ट, बब्लू भट्ट, उर्मिला देवी, कविता भट्ट, दीपा भट्ट, केशवी देवी, पुष्पा देवी, मोहन भट्ट, हेमा भट्ट, प्रमोद भट्ट और शेखर भट्ट सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल हुए। उनका कहना है कि "बिना पानी के जीवन असंभव हो गया है। प्रशासन जागे, नहीं तो आंदोलन तेज करेंगे।"
क्या कहता है प्रशासन?
स्थानीय अधिकारियों ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पाइपलाइन मरम्मत का काम शीघ्र शुरू किया जाएगा। हालांकि, ग्रामीणों का आरोप है कि अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं, जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
#AmouliWaterCrisis #ChampawatNews #PattiBlock #JalSanrakshan #UttarakhandProblems #GramPanchayat #WaterShortage #VillagersProtest #NishaDevi #UttarakhandRuralIssues