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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
अल्मोड़ा के सीएचसी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को हो रही परेशानी
अल्मोड़ा (Almora), उत्तराखंड - जिले के सभी सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। प्रत्येक केंद्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 7-7 पद स्वीकृत होने के बावजूद "कहीं भी पूरे पद भरे नहीं हैं", जिससे मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है।
स्त्री रोग और बाल रोग विशेषज्ञों की सबसे ज्यादा कमी
जिले के सातों सीएचसी में से एक में भी स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं है, जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को दूर-दराज के अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। इसी तरह, छह केंद्रों में बाल रोग विशेषज्ञ नहीं हैं, जिससे बच्चों का इलाज कराने के लिए माता-पिता को 35 किमी से अधिक का सफर तय करना पड़ रहा है।
सीएमओ ने क्या कहा?
सीएमओ डॉ. आरसी पंत ने बताया कि "विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है और शासन को इस बारे में लगातार पत्र भेजे जा रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मरीजों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है?
ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को जिला अस्पताल या बेस अस्पताल तक जाने में भारी परेशानी होती है। खासकर, आपातकालीन स्थितियों में महिलाओं और बच्चों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है।
क्या है समाधान?
स्थानीय लोगों और स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि सरकार को जल्द से जल्द विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति करनी चाहिए। साथ ही, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए और अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
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