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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
उत्तराखंड में वनाग्नि का कहर: पिछले 24 घंटे में 30 हेक्टेयर जंगल राख
देहरादून, उत्तराखंड (Dehradun, Uttarakhand) - उत्तराखंड के जंगलों में लगातार बढ़ रही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 12 नए वनाग्नि की घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिसमें 30 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र नष्ट हो गया।
15 फरवरी से अब तक 112 वनाग्नि घटनाएं दर्ज
वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 15 फरवरी से शुरू हुए फायर सीजन से लेकर अब तक 112 वनाग्नि घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें गढ़वाल मंडल में 62, कुमाऊं मंडल में 43 और वन्यजीव क्षेत्र में 10 घटनाएं शामिल हैं। इन आग से अब तक 136 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में जैव विविधता को भारी नुकसान पहुंचा है।
वन पंचायत और आरक्षित वनों को बराबर नुकसान
आंकड़ों से पता चलता है कि वन पंचायत के 68.5 हेक्टेयर और आरक्षित वनों के 67.62 हेक्टेयर क्षेत्र आग की भेंट चढ़ चुके हैं। अपर प्रमुख वन संरक्षक (वनाग्नि नियंत्रण एवं आपदा प्रबंधन) निशांत वर्मा ने बताया कि "पिछले दो दिनों में वनाग्नि की घटनाओं में अचानक वृद्धि हुई है और विभाग की सभी टीमें आग पर नियंत्रण के लिए लगातार काम कर रही हैं।"
जैव विविधता पर गहरा संकट
वन विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार बढ़ रही वनाग्नि की ये घटनाएं प्रदेश की समृद्ध जैव विविधता के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही हैं। विभाग ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे जंगलों में आग लगाने से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत वन विभाग को दें।
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