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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 की आहट: भारत की तैयारी से पाकिस्तान में खौफ, क्या शुरू होगा बदले का नया अध्याय?
नई दिल्ली, भारत (New Delhi, India) - पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के पहले चरण से मची तबाही के बाद अब भारत के संभावित ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 की आहट से वहां की जनता और सेना में बेचैनी छाई हुई है। हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्षविराम के बावजूद पाकिस्तानी जनता को डर सता रहा है कि कहीं भारत फिर से इस ऑपरेशन को सक्रिय कर उनकी धरती पर बारूदी भूचाल न ला दे। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और सैन्य अड्डों को भारी नुकसान पहुंचाया था। अब भारत की नई सैन्य तैयारियों और रूस से मिलने वाली S-400 मिसाइल प्रणाली की खबरों ने पाकिस्तान को और सहमा दिया है। यह स्थिति न केवल दोनों देशों के बीच तनाव को दर्शाती है, बल्कि भारत की मजबूत रणनीति और बदले की भावना को भी उजागर करती है।
पाकिस्तान में क्यों पसरा है सन्नाटा?
पाकिस्तान में संघर्षविराम के बाद जो लोग जश्न मना रहे थे, वे अब खौफ के साये में जी रहे हैं। पाकिस्तानी जनता को डर है कि भारत किसी भी वक्त ऑपरेशन सिंदूर को फिर से सक्रिय कर सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के लोग इस बात से सहमे हुए हैं कि भारत की सेना उनके देश के कोने-कोने में विनाशकारी हमले कर सकती है। ऑपरेशन सिंदूर का पहला चरण आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए शुरू हुआ था, लेकिन इसकी तीव्रता ने पाकिस्तान के सैन्य और नागरिक क्षेत्रों में खलबली मचा दी। पाकिस्तानी खुलेआम स्वीकार कर रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर ने उनके देश में भयंकर तबाही मचाई थी। इस डर का कारण भारत की सैन्य शक्ति और उसकी बदले की भावना है, जो पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या के बाद और प्रबल हो गई है।
भारत की सैन्य तैयारियों ने बढ़ाई बेचैनी
पाकिस्तान की बेचैनी की एक बड़ी वजह भारत की सैन्य तैयारियां हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रूस जल्द ही भारत को S-400 मिसाइल प्रणाली की नई यूनिट और मिसाइलें प्रदान कर सकता है। भारत ने सीमा क्षेत्रों में हथियारों की भारी तैनाती की है और रक्षा मंत्रालय ने हथियार उत्पादन बढ़ाने का निर्देश दिया है। ये तैयारियां इस बात का संकेत दे रही हैं कि भारत किसी भी आक्रामक कार्रवाई का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। पाकिस्तान को अब यह अहसास हो चुका है कि अमेरिका, चीन या तुर्की जैसे देशों के समर्थन के बावजूद वह भारत की सैन्य ताकत का मुकाबला नहीं कर सकता। इस स्थिति ने पाकिस्तानी सेना के जनरल आसिम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के लिए चुनौतियां बढ़ा दी हैं।
पहलगाम हमले ने जलाया बदले की आग
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत में आक्रोश की लहर पैदा कर दी थी। इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली पर्यटक की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया। पाकिस्तान के बच्चे-बच्चे को पता है कि अगर उन्होंने भारत से टकराव की कोशिश की, तो भारतीय सेना उन्हें कुचल देगी। ऑपरेशन सिंदूर के पहले चरण में भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और सैन्य अड्डों को निशाना बनाकर साफ संदेश दिया था कि वह आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। अब पाकिस्तानी जनता अपने नेताओं को चेतावनी दे रही है कि भारत से टकराव का अंजाम भयावह हो सकता है। भारत का हर नागरिक इस हमले का बदला लेने के लिए उतारू है, और यह भावना ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 की संभावना को और मजबूत कर रही है।
पाकिस्तान में सरेंडर का माहौल
पाकिस्तान, जो पहले परमाणु हथियारों की धमकी देता था, अब भारत के संभावित दूसरे हमले से पहले ही सरेंडर मोड में आ चुका है। कुछ पाकिस्तानी नागरिक खुलेआम कह रहे हैं कि भारत उनकी जान बख्श दे। कई लोगों ने कैमरे के सामने कहा कि यदि भारत उन्हें जिंदा छोड़ दे, तो वे भारत की गुलामी करने को भी तैयार हैं। यह बयान पाकिस्तान में फैले डर और निराशा को दर्शाता है। पाकिस्तानी जनता को यह अच्छी तरह पता है कि पहलगाम हमले के पीछे उनकी सेना और आतंकी संगठनों की साजिश थी, और इस गुनाह का बदला भारत पूरी ताकत के साथ लेगा। इस डर ने पाकिस्तान के सामाजिक और सैन्य माहौल को पूरी तरह बदल दिया है।
पाकिस्तान के समर्थकों पर भी भारत की नजर
भारत ने न केवल पाकिस्तान, बल्कि उसके समर्थक देशों पर भी निशाना साधना शुरू कर दिया है। तुर्की और चीन जैसे देश, जो पाकिस्तान का साथ दे रहे थे, अब भारत के कड़े रुख का सामना कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने तुर्की से आयात पर शुल्क बढ़ाने की मांग की है, क्योंकि उसने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में पाकिस्तान का साथ दिया। इसके अलावा, भारत ने तुर्की और अजरबैजान की यात्रा रद्द करने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी है। यह दिखाता है कि भारत न केवल सैन्य, बल्कि आर्थिक और कूटनीतिक स्तर पर भी अपने दुश्मनों को जवाब दे रहा है।
क्या होगा ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 का असर?
यदि भारत ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 को शुरू करता है, तो यह पाकिस्तान के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। पहला चरण केवल एक ट्रेलर था, जिसमें आतंकी ठिकानों और सैन्य अड्डों को निशाना बनाया गया। दूसरा चरण पाकिस्तान के चप्पे-चप्पे को जलाकर राख कर सकता है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही कमजोर है, और एक और सैन्य संघर्ष उसे पूरी तरह बर्बाद कर सकता है। मूडीज और एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने चेतावनी दी है कि भारत-पाकिस्तान तनाव पाकिस्तान की क्रेडिट रेटिंग और विदेशी वित्तपोषण तक पहुंच को और कमजोर कर सकता है। इस स्थिति में पाकिस्तान के लिए भारत की सैन्य और कूटनीतिक शक्ति का मुकाबला करना असंभव होगा।
भारत की रणनीति और भविष्य की दिशा
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी सख्त नीति पर कायम रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते,” जिसका सीधा इशारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की ओर था। भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत को केवल आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुद्दों तक सीमित रखने की बात कही है। यह रुख दर्शाता है कि भारत किसी भी तरह की उकसावे की कार्रवाई का जवाब देने के लिए तैयार है। ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 की संभावना ने न केवल पाकिस्तान, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी भारत की ताकत का अहसास करा दिया है।
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