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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
मौसम का मिजाज: 14 राज्यों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी!
नई दिल्ली (New Delhi) - दिल्ली - भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के 14 राज्यों में 28 मई से 2 जून तक भारी बारिश, आंधी, बिजली गिरने और तूफानी हवाओं की चेतावनी जारी की है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान सहित कई राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा की संभावना है, जबकि कुछ क्षेत्रों में लू का खतरा भी बना हुआ है। IMD ने मॉनसून के लिए अपने अनुमान को संशोधित करते हुए जून से सितंबर तक 106 प्रतिशत बारिश की भविष्यवाणी की है, जो किसानों और जल संसाधनों के लिए राहत की खबर है।
उत्तर भारत में बारिश और तूफान का अलर्ट
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में 28 मई से 2 जून तक बारिश, बिजली गिरने और 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली तूफानी हवाओं की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में 27 और 28 मई को ओलावृष्टि का अनुमान है, जबकि उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राजस्थान और जम्मू के कुछ हिस्सों में 28 मई को लू की स्थिति बनी रह सकती है। उत्तर भारत में मौसम का यह बदलाव जनजीवन और यातायात को प्रभावित कर सकता है।
दक्षिण भारत में भारी वर्षा की संभावना
केरल, माहे और तटीय कर्नाटक में 28 मई से 2 जून तक गरज-चमक के साथ बहुत भारी बारिश की संभावना है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी इसी अवधि में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तेलंगाना में 50-70 किमी प्रति घंटे की तेज हवाओं के साथ बौछारें और आंधी का अनुमान है। तेलंगाना में 28-29 मई को विशेष रूप से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। दक्षिण भारत में यह मौसम खरीफ फसलों की बुआई के लिए अनुकूल साबित हो सकता है।
पूर्वोत्तर भारत में लगातार बारिश
पूर्वोत्तर राज्यों में अगले सात दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है। मिजोरम में 28 मई को और असम व मेघालय में 29-30 मई को अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। यह बारिश क्षेत्र में जल संसाधनों को मजबूत करने में मदद करेगी। पूर्वोत्तर भारत में यह बारिश कृषि और जल आपूर्ति के लिए लाभकारी होगी।
पूर्वी और मध्य भारत में मौसम का हाल
ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और विदर्भ में 31 मई तक बारिश और आंधी का पूर्वानुमान है। ओडिशा में 27 और 29 मई को बहुत भारी बारिश की संभावना है, जबकि विदर्भ और पश्चिम बंगाल में 29-30 मई को बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में मौसम की यह स्थिति स्थानीय कृषि और जलाशयों के लिए महत्वपूर्ण होगी। यह बारिश पूर्वी भारत में जलस्तर में सुधार लाने में सहायक होगी।
तापमान में उतार-चढ़ाव
उत्तर भारत में अगले दो दिनों तक तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद 4-5 दिनों में गिरावट की संभावना है। मध्य भारत में अगले तीन दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। पूर्वी भारत में अगले पांच दिनों तक तापमान स्थिर रहेगा। यह तापमान परिवर्तन मौसम की अनिश्चितता को दर्शाता है।
मॉनसून का नया अनुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जून से सितंबर तक के मॉनसून के लिए अपने अनुमान को संशोधित किया है। अब यह अनुमान लगाया गया है कि इस अवधि में औसत से 106 प्रतिशत बारिश हो सकती है, जिसमें 4 प्रतिशत का उतार-चढ़ाव संभव है। यह पहले के 105 प्रतिशत के अनुमान से थोड़ा अधिक है। यह संशोधित अनुमान किसानों और जल संसाधनों के लिए राहत भरी खबर है।
किसानों के लिए सुनहरा अवसर
मॉनसून की यह भविष्यवाणी खरीफ फसलों की बुआई के लिए अनुकूल मानी जा रही है। समय पर और पर्याप्त बारिश से न केवल फसल उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि जलाशयों के जलस्तर में सुधार से पेयजल और सिंचाई की आपूर्ति में भी मदद मिलेगी। यह बारिश कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मौसम विभाग की सलाह
IMD ने लोगों से सतर्क रहने और मौसम चेतावनियों का पालन करने की अपील की है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां भारी बारिश और तूफानी हवाओं की संभावना है, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग की यह चेतावनी लोगों की सुरक्षा और जान-माल की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
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