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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
ईरान के तेल ठिकानों पर इजरायल का मिसाइल हमला, नेतन्याहू ने कहा- यह तो बस शुरुआत है
**स्थान: ईरान -** Iran
ईरान के तेल ठिकानों पर इजरायल ने मिसाइल अटैक करना शुरू कर दिया है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को केवल शुरुआत बताया है। यह स्थिति अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता के लिए भी एक बड़ा झटका साबित हुई है, क्योंकि ओमान में रविवार को होने वाली वार्ता को रद्द कर दिया गया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरकची ने कहा कि इजरायल के बर्बर हमलों के बीच बातचीत नहीं हो सकती है।
इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष रविवार को उस समय और अधिक भड़क गया, जब दोनों देशों ने एक-दूसरे पर रातभर लगातार हमले किए। इजरायल ने ईरान के दक्षिण पार्स गैस क्षेत्र पर हमला किया, जो कि दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्र में से एक है। इस हमले के साथ ही तेल-गैस की वैश्विक आपूर्ति को लेकर चिंता गहराने लगी है।
इजरायली मिसाइलों ने तेहरान के शहरान ऑयल डिपो और रक्षा मंत्रालय भवन को निशाना बनाया। इस हमले के परिणामस्वरूप, शहर के पास एक तेल रिफाइनरी में आग लग गई और 14-मंजिला आवासीय इमारत पर मिसाइल गिरने से 60 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 29 बच्चे शामिल थे। यह घटना न केवल मानवता के लिए एक बड़ा संकट है, बल्कि यह क्षेत्र में स्थिरता को भी खतरे में डाल रही है।
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि उनके मिसाइलों और ड्रोनों ने इजरायल की ऊर्जा बुनियादी ढांचा और फाइटर जेट ईंधन संयंत्रों को निशाना बनाया। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि हमला जारी रहा तो हमले और भारी तथा व्यापक होंगे। इजरायली मीडिया के अनुसार, उत्तरी शहर तमरा में एक मकान पर मिसाइल गिरने से 3 लोगों की मौत और 13 घायल हो गए। मृतकों में एक महिला भी शामिल है।
इस बीच, ओमान में अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता को रद्द करने का निर्णय भी इस तनाव का एक और संकेत है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरकची ने स्पष्ट किया कि इजरायल के बर्बर हमलों के बीच बातचीत संभव नहीं है। इससे यह स्पष्ट होता है कि क्षेत्र में शांति की कोई संभावना नहीं है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में ईरान को इससे कहीं ज्यादा झेलना पड़ेगा। वहीं, ईरानी जनरल इस्माइल कोसारी ने कहा कि ईरान हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य को बंद करने पर विचार कर रहा है। यह खाड़ी क्षेत्र में तेल टैंकरों के लिए एक मुख्य मार्ग है, और यदि ऐसा होता है, तो यह वैश्विक तेल आपूर्ति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
हमलों की आशंका से शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में 9% की बढ़ोतरी देखी गई। इजरायली मानवाधिकार संस्था B’Tselem ने कहा, “कूटनीति के सभी रास्ते आजमाने के बजाय सरकार ने जानबूझकर एक युद्ध छेड़ दिया।” तेहरान ने चेताया है कि अगर इजरायल के सहयोगी देश ईरानी मिसाइलों को रोकने में मदद करेंगे, तो उनके सैन्य ठिकानों पर भी हमला किया जाएगा।
इस प्रकार, ईरान के तेल ठिकानों पर इजरायल का मिसाइल हमला एक नई युद्ध की शुरुआत का संकेत दे रहा है, जो न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित करेगा, बल्कि वैश्विक ऊर्जा बाजार पर भी गहरा असर डालेगा।
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Israel started missile attacks on Iran oil installations, Netanyahu said this is just the beginning.