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By: G D BHAGAT Senior Editor, UjalaNewsUK
बच्चों को पैसों की अहमियत सिखाने के 4 सुनहरे नियम
नई दिल्ली, भारत (New Delhi, India) - हर माता-पिता की यह चिंता रहती है कि उनके बच्चे पैसों का सही प्रबंधन कैसे सीखें। ब्रिटेन के एक ताजा सर्वे के मुताबिक, "10 में से 7 माता-पिता अपने बच्चों के वित्तीय भविष्य को लेकर चिंतित हैं"। आइए जानते हैं बच्चों को पैसों की अहमियत समझाने के चार प्रभावी तरीके।
1. बचत खाते से करें शुरुआत: भविष्य के लिए सुरक्षित निवेश
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों के नाम पर बचत खाता खुलवाना सबसे अच्छी शुरुआत है। 18 साल तक के लिए खोले गए खाते में जमा राशि पर अच्छा ब्याज मिलता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि "माता-पिता को बच्चों के साथ बैठकर यह तय करना चाहिए कि इस पैसे का उपयोग उच्च शिक्षा या कार खरीदने जैसे बड़े लक्ष्यों के लिए किया जाएगा"।
2. छोटी-छोटी बचतें बन सकती हैं बड़ी पूंजी
वित्तीय योजनाकार का कहना है कि नियमित छोटी बचतें भविष्य में बड़ा रूप ले सकती हैं। उनका सुझाव है कि "बच्चों को पॉकेट मनी का एक हिस्सा बचाने के लिए प्रोत्साहित करें, भले ही वह रकम छोटी क्यों न हो"। महत्वपूर्ण यह है कि बचत की आदत डाली जाए।
3. चक्रवृद्धि ब्याज का जादू: समय के साथ बढ़ता धन
अर्थशास्त्र के अनुसार, चक्रवृद्धि ब्याज धन बढ़ाने का सबसे प्रभावी तरीका है। उदाहरण के तौर पर, 10,000 रुपये का निवेश 5% सालाना ब्याज दर से 5 साल में 12,760 रुपये हो जाता है। "बच्चों को यह समझाना जरूरी है कि धन को समय देना ही सबसे बड़ा निवेश है", विशेषज्ञों का कहना है।
4. गुल्लक: पैसों की अहमियत सिखाने का पहला पाठ
बच्चों को गुल्लक देना पैसों की बचत सिखाने का सबसे आसान तरीका है। विशेषज्ञों का कहना है कि गुल्लक से बच्चे सिक्कों और नोटों की वैल्यू समझते हैं। "जब बच्चे अपनी छोटी-छोटी बचतों से कोई वस्तु खरीदते हैं, तो उन्हें पैसे की असली कीमत समझ में आती है"
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