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राजकीय इंटर कॉलेज अमोडी के छात्रों ने किया शैक्षिक भ्रमण
राजकीय इंटर कॉलेज अमोडी के छात्रों ने
रविवार 16 फरवरी को एक शैक्षिक भ्रमण किया, जिसमें उन्होंने बनबसा डैम, खटीमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी और नानकमत्ता का दौरा किया। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना और विभिन्न तकनीकी व ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी देना था।
बनबसा डैम का किया अवलोकन
छात्रों ने अपनी यात्रा की शुरुआत अमोडी से बनबसा डैम को की, जो उत्तराखंड के चंपावत जिले में स्थित है। यह डैम भारत और नेपाल के जल प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। छात्रों को यहां जलविद्युत उत्पादन, जल संरक्षण और सिंचाई प्रणाली की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने उन्हें बताया कि यह डैम किस तरह से ऊर्जा उत्पादन में सहायक होता है और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में योगदान देता है।
खटीमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी का भ्रमण
इसके बाद छात्रों ने खटीमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी का दौरा किया, जहां उन्होंने आधुनिक तकनीकी शिक्षा और शोध कार्यों की जानकारी प्राप्त की। संस्थान के विशेषज्ञों ने छात्रों को विभिन्न प्रयोगशालाओं का दौरा कराया और इंजीनियरिंग एवं तकनीकी क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों पर प्रकाश डाला। इस दौरान छात्रों ने रोबोटिक्स, कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विषयों से संबंधित जानकारी हासिल की।
नानकमत्ता गुरुद्वारे में आध्यात्मिक और ऐतिहासिक जानकारी
भ्रमण के अंतिम चरण में छात्र नानकमत्ता पहुंचे, जो सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां उन्होंने गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब का दर्शन किया और गुरुग्रंथ साहिब के महत्व के बारे में जाना। छात्रों को बताया गया कि यह स्थल गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं से जुड़ा हुआ है और इसका ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व काफी गहरा है।
छात्रों ने अनुभव साझा किए
शैक्षिक भ्रमण के बाद छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि यह यात्रा उनके लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक रही। उन्होंने कहा कि बनबसा डैम से उन्होंने जलविद्युत और जल प्रबंधन की बारीकियों को सीखा, खटीमा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में आधुनिक तकनीकी शिक्षा के बारे में जाना और नानकमत्ता में आध्यात्मिक व ऐतिहासिक ज्ञान प्राप्त किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने इस भ्रमण को छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी बताते हुए कहा कि इस तरह की यात्राएं छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने में सहायक होती हैं। उन्होंने भविष्य में भी इस तरह के शैक्षिक दौरों के आयोजन का आश्वासन दिया।