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सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का बड़ा खुलासा
सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का बड़ा खुलासा! चंपावत के 21.25 करोड़ रुपये के घोटाले में युवाओं का सपना चकनाचूर
चंपावत, 4 मार्च 2025: सरकारी नौकरी का सपना संजोने वाले युवाओं के साथ हुई बड़ी ठगी ने पूरे जिले को हिला दिया है। सिडको नामक एक निजी एजेंसी ने ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक फर्जी भर्तियों के नाम पर युवाओं से लाखों रुपये ऐंठे। अब तक 6500 से 50,000 रुपये तक की ठगी करने वालों के खिलाफ पीड़ितों ने 10 मार्च तक अल्टीमेटम जारी करते हुए धरने की चेतावनी दी है।
कैसे हुआ यह करोड़ों का घोटाला?
सूत्रों के अनुसार, सिडको एजेंसी ने पिछले एक साल में ग्राम, ब्लॉक और जिला स्तर पर विभिन्न पदों के नाम पर युवाओं से आवेदन शुल्क वसूला।
- ग्राम स्तर: प्रबंधक (₹6150), शिक्षिका (₹6500)
- ब्लॉक स्तर: प्रबंधक निर्देशक (₹7500), पर्यवेक्षिका (₹7150)
- जिला स्तर: निर्देशक (₹8500), पर्यवेक्षिका (₹8150), अपर निर्देशक (₹8500)
इसके अलावा, बैकडोर एंट्री के नाम पर दलालों ने 25,000 से 50,000 रुपये तक वसूले। अनुमान है कि प्रदेशभर में 21.25 करोड़ रुपये से अधिक की बेईमानी हुई है।
युवाओं का गुस्सा फूटा, अब आंदोलन की तैयारी
न तो नौकरी मिली और न ही रकम वापस मिलने से पीड़ित युवाओं ने एकजुट होकर आवाज उठाई है। उनकी मांग है कि
1. ठगी की गई रकम तुरंत वापस की जाए।
2. दोषी एजेंसी और दलालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
युवाओं ने 10 मार्च 2025 तक का अंतिम समय दिया है। चेतावनी दी गई है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो मुख्यमंत्री कार्यालय परिसर में बड़े पैमाने पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रशासन ने क्या कहा?
जिला प्रशासन ने इस मामले में तत्काल जांच टीम गठित करने का दावा किया है। हालांकि, पीड़ितों का आरोप है कि "यह सब दिखावा है, अब हम सड़क पर उतरेंगे।"
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